शनिवार, 20 जुलाई 2019
बुधवार, 17 जुलाई 2019
Shaayaree
शायरी
कवि मनोजकुमार साहु
⚪सीप और मोती⚪
मोहब्बत करना है तो
फूल या भौंरा जैसे ना करो
मोहब्बत करना है तो
सीप और मोती जैसे करो
भौंरा फूल से मिठास लेकर
दूर हो जाता है
सीप मोती को
अपने सीने में छुपा कर रखता है
●
●
सिद्दत 😊
वह मोहब्बत भी क्या
जो सिद्दत से निभाया ना जए
वह नफ़रत भी भी क्या
जो सिद्दत से निभाया ना जए
मोहब्बत-नफ़रत, दोस्ती-दुश्मनी
सिद्दत के सिवा सब बेकार
●
तड़प
हमसे जो दिल लगाएगा
वह भी तड़पेगा
हमसे जो दुश्मनी करेगा
वह भी तड़पेगा
फ़र्क सिर्फ़ इतना होगा
मोहब्बत और दुश्मनी में
कोई हमें देखने के लिए तड़पेंगे
कोई देख कर तड़पेगा
●
ए नर्गिस !
दर्द पर इतना भी ना लगा मरहम
ए नर्गिस मस्ताना !
कहीं हम सीख ना ले चोट खाना
और तू मरहम लगाना
●
सदस्यता लें
संदेश (Atom)
नफरती चाटुकार
नफरती चाटुकार चारों ओर नफ़रती अनगिनत कुछ कवि - कलाकार -डरपोक बन कर चाटुकार बांट रहे हैं हिंसा औ नफ़रत हर बार। राजनेता के चर...
-
भाषा के विविध रूप - 1 - मूल भाषा भाषा का यह भेद इतिहास पर आधारित है ।भाषा की उत्पत्ति अत्यंत प्राचीन काल से हुई होगी । जहाँ बहुत से ल...
-
खामोशी से क्यों रौंदोगे हमें तुम्हारे पास हमारी दी हुई ताकत जो है । वाह वाह वाह! तुम्हारी दरियादिली की सब कायल हैं । क्योंकि तुम शोषण करते ...
-
पहले चाँदी के चम्मच होते थे आजकल चमचों की चाँदी है। पहले घर की मुर्गी दाल बराबर होती थी अब 1 किलो दाल से 3किलो मुर्गी मिलती है। कुछ लोग न...
-
" अंधा युग " धर्मवीर भारती प्रस्तुतकर्ता : मनोजकुमार साहु मशहूर साहित्यकार धर्मवीर भारती हिंदी के प्रसिद्ध हस्ताक्षर है...
-
शान - ए - हिंद " सुभाष " कवि : मनोजकुमार साहु Mobile 904098137...
-
दीपावली कवि मनोज कुमार साहु आज प्रकाश का त्यौहार है ? लेकिन प्रकाश कहाँ है ? कल आज...
-
शायर : मनोज कुमार साहु ( बेवफ़ाई ) बेवफाई तो इस कदर है सोचे थे - गुजारेंगे ताउम्र जिसके साथ उसे तो बे...