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नफरती चाटुकार
नफरती चाटुकार चारों ओर नफ़रती अनगिनत कुछ कवि - कलाकार -डरपोक बन कर चाटुकार बांट रहे हैं हिंसा औ नफ़रत हर बार। राजनेता के चर...
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भाषा के विविध रूप - 1 - मूल भाषा भाषा का यह भेद इतिहास पर आधारित है ।भाषा की उत्पत्ति अत्यंत प्राचीन काल से हुई होगी । जहाँ बहुत से ल...
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खामोशी से क्यों रौंदोगे हमें तुम्हारे पास हमारी दी हुई ताकत जो है । वाह वाह वाह! तुम्हारी दरियादिली की सब कायल हैं । क्योंकि तुम शोषण करते ...
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पहले चाँदी के चम्मच होते थे आजकल चमचों की चाँदी है। पहले घर की मुर्गी दाल बराबर होती थी अब 1 किलो दाल से 3किलो मुर्गी मिलती है। कुछ लोग न...
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" अंधा युग " धर्मवीर भारती प्रस्तुतकर्ता : मनोजकुमार साहु मशहूर साहित्यकार धर्मवीर भारती हिंदी के प्रसिद्ध हस्ताक्षर है...
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शान - ए - हिंद " सुभाष " कवि : मनोजकुमार साहु Mobile 904098137...
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दीपावली कवि मनोज कुमार साहु आज प्रकाश का त्यौहार है ? लेकिन प्रकाश कहाँ है ? कल आज...
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शायर : मनोज कुमार साहु ( बेवफ़ाई ) बेवफाई तो इस कदर है सोचे थे - गुजारेंगे ताउम्र जिसके साथ उसे तो बे...
1 टिप्पणी:
Nice
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