बेजान आईना
बेजान आईने में क्या रखा है?
हमारी आँखों में झाँक लिया कर।
टूटने का डर तो बिल्कुल नहीं है,
हाँ डूबने का खतरा जरूर है।
©️ मनोज कुमार
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गुलाम
खुद बिकने वाले बिकते हैं
सदियों से गुलामों की तरह।
जिनकी जमीर मर गई है
छोड़ दो उनके बारे में सोचना।
रहने दो उन्हें गुलामों की तरह।
©️ मनोज कुमार
सच्चा प्यार
सच्चा प्यार वही होता है,
जो आखरी सांस तक साथ देता है-
तुम ना रहो इस दुनिया में,
तुम्हें याद करके रोता है।
©️मनोज कुमार
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तेरे लिए
सुना था तू बेहद खूबसूरत है,
आज मालूम हुआ
तेरे दीदार के बाद।
तेरा दिल भी लाजवाब है;
पता चला जब धड़का
हमारी हथेलियों के साथ।
हम खुशनसीब हैं इस कायनात में,
हमारे लिए तू-
कोहिनूर से भी बेशकीमती है।
ताजमहल को छोड़ सकते हैं-
पल भर के तेरे दीदार के लिए।
हम जमाने से लड़ जायेंगे
तेरे पायल की झंकार के लिए।
महावर गर कम पड़े;
खून भी मिला देंगे खुद के,
तेरे पैरों की लाली के लिए
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