सच्चे हिंदुस्तानी को
कोई बरगला नहीं सकता
धर्म-मज़हब के नाम पर
हमें कोई लड़ा नहीं सकता
जो लड़ता है मज़हब के नाम
वह सच्चा हिंदुस्तानी हो नहीं सकता
हम लड़ेंगे बेशक़ उससे
जो हम में फूट डालने की कोशिश करेगा
मज़हब है मेरा हिंदुस्तानी
तिरंगे की आन वान शान के लिए
सर कटाने में हिंदुस्तान पीछे नहीं रह सकता
संविधान है मेरा भगवान
इसके एक एक शब्द को
अमल में लाएँगे हम
इससे हमें कोई डिगा नहीं सकता
दुनिया में सिर्फ इंसान ही झूठ बोलता है
दंगा, दलाली, हत्या, धोखा, चोरी, दुष्कर्म
घोटाले,आलस्य, लालच
जितने नीच कृत्य होतें हैं
सबकी जड़ में झूठ होता है ।
झूठ एक लत है
जो इंसान को शैतान बनाने में
वक़्त नहीं लगाता ।
हर फसाद की जड़
झूठ होता है ।