Total pageviews

Home

मंगलवार, 5 नवंबर 2019



दुश्मनी अगर मुझसे थी, खंजर घोंप देती सीने में
मेरे दिल के टुकड़े करके क्या मिला तुझे रुलाने में?

                 ©️मनोज कुमार 

कोई टिप्पणी नहीं:

नफरती चाटुकार

             नफरती चाटुकार  चारों ओर नफ़रती अनगिनत  कुछ कवि - कलाकार -डरपोक बन कर चाटुकार बांट रहे हैं हिंसा औ नफ़रत हर बार। राजनेता के चर...