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बुधवार, 9 अगस्त 2023

मज़ा

नदी में तैरने का मजा तो है
समंदर में तैरने का मजा बहत है
जब महबूबा हो सामने 
शायरी में दिल जलाने का मजा बहत है।

©️ मनोजकुमार साहु

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