कवि : मनोज कुमार साहु
ओड़िशा
- गलतफहमी -
गलतफहमी एक ऐसी बीमारी है
जिसका इलाज नहीं होता
गलतफहमी के मकड़जाल में
शैतान का बच्चा घर कर लेता है
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- इल्जाम -
इल्जाम सहना ,
सर पर भारी पहाड़ उठाना जैसा है।
और गलत इल्जाम लग गया तो,
जीना दूभर हो जाता है ।
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- लालच -
लालच बुरी बला है , जग ऐसा कहे
मन काबू में है तो , लालच पास ना आए
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- प्यार -
प्यार सुख की चाबी है
और हर रोग की दवा
यह दुनिया तुच्छ है
सच्चे प्यार के सिवा
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- फितरत से मजबूर -
पोथी पढ़ - पढ़ रावण बना
ढाई अक्षर पढ़ कर कबीरा
चाकू हाथ में ले डाकू डाले डाका
जान बचाए डॉक्टर लगाकर चाकू से चीरा
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- सीख -
जंग और मोहब्बत
उँची शख्सियत से करो
हार जाने पर भी
अच्छी सीख मिलती है
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- खुद्दारी-
अल्फाजों को जाया मत होने देना
अपने को बेईमान होने मत देना
चाहे कितने भी कमजोरी आ जाए खुद में
अपनी खुद्दारी कभी मत छोड़ना
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- शब्द-
शब्दों से संसार गड़ता हूँ
शब्द ही अमोघ अस्त्र हैं
खुशी को गम और गम को खुशी में ,
बदलने की काबिलियत रखता हूँ ।
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