दुनिया देखती रह जाए
इतना गहरा करो कि
समंदर की गहराई भी कम पड़ जाए
इतना शिद्दत से करो कि
प्यार के दुश्मन हार मान जाएँ
प्यार शाश्वत है, अनिर्वचनीय है
निराकार है, नश्वर पवित्र है।
प्यार इतना करो कि
इबादतगाह जाना भूल जाओ
प्यार इतना करो कि
पागल मस्तमौला बन जाओ
किसीको जिंदगी भर इंतजार कर सको
©️ मनोज कुमार साहू
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